हरियाणा के तीज त्योहार
- केदार तीर्थ मेला ( कैथल ) } केदार तीर्थ या व्रद्ध केदार तीर्थ कैथल के निकट है ! यहां सात सरोवर है ! चैत्र शुल्क चतुर्थी को मेला लगता है |
- महावीर जयंती } हरियाणा में विभिनन धर्मावलंबि निवास करते है ! और उन्हें अपनी आस्था के अनुसार अपने तीज त्योहार मनाने और मेलों का आयोजन की पूर्ण स्वतंत्रता है ! महावीर जयंती जैन धर्मवलनबियो द्वारा भगवान महावीर जैन की पुण्य स्मृति में मनाई जाती है |
वैशाख मास
- परशुराम जयंती/ अक्षय तृतीया } अक्षय तृतीया या आखा तीज वैशाख शुक्ल तृतीया को कहते है ! ऐसा माना जाता है कि इस दिन दिया गया दान अक्षय होता है ! हरियाणा में अक्षय तृतीया को विवाहों की बड़ी धूमधाम रहती है , इस दिन का साहा या संस्कार स्वयं सिद्ध माना जाता है महिलाएं तथा दानशील व्यक्ति इस दिन दान पुण्य करते है ! हरियाणा में जींद के समीप रामराय नाम का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है ! यहाँ परशुराम मन्दिर है औऱ पांच कुण्ड भी इन्हीं की स्मृति में बने है ! यहाँ वैशाख और कार्तिक महीने में विशेष मेले लगते है | अक्षय तृतीया को यहाँ विशेष उत्सव का आयोजन होता है वैसे हर पूर्णमा का यहा मेला लगता है |
- पिंजौर का मेला } पिंजौर का प्राचीन नाम पँचपुर है , किसी समय पांडवों ने यहां वनवास के अज्ञातवास काल मे राजा विराट के पास गुप्त वेश में अपना समय व्यतीत किया था ! तभी से यह तीर्थ तुल्य बन गया था ! उन्होंने यहा धारा मण्डल नामक एक सर का निर्माण करवाया | तभी से यह धारा तीर्थ-स्थान कहलाने लगा ! यहा पाण्ड्यों द्वारा निर्मित एक छोटा सा मन्दिर भी है स्तानीय मान्यता के अनुसार, एक बार द्रोपती ने ग्रहण के समय गंगा स्नान की इच्छा प्रकट की ! पांडवों ने उसे अवगत किया कि धारा सर में सभी तीर्थों का जल आकर मिलता है ! अंत: इस सर के स्नान से भी गंगा का पुण्य होगा ! आजकल वैशाखी के दिन इधर मेला लगता हैं |
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