हिंदी तथा पंजाबी क्षेत्र
लेकिन खरड तहसीले में निम्हं स्थान हिंदी क्षेत्र में होंगे | कालका थाने का क्षेत्र चंडी मंदीर की जेल और मुबारकपुर के सत्रह गाव जो की नारायणगढ निर्वाचन क्षेत्र में है |
भारतीय सविधान में संसोधन (7 व संशोधन ,1956 ) होने के पश्चात रास्त्रपति की आज्ञा से २४ जुलाई १९५६ को पंजाब सरकार ने उपुक्त क्षेत्रीय फार्मूला राज्य में लागु कर दिया गया | सन 1957 में प्रतापसिंह कोरों ने जो उस सयम मुख्मंत्री बन गये थे , इस योजना को पूरी तरह सफल होने के अवसर नहीं दिए |उन्होने क्षेत्रीय कमेटियो की शक्तियों अधिक सिमिति कर दी और उनकी काय्र स्वंत्रता ने के बराबर कर दी फलत: क्षेत्रीय योजना असफल हो गई |
- हिंदी क्षेत्र : हिसार ,रोहतक , गुरुग्र्मा , करनाल, अम्बाला, जगादरी , नारायणगढ तहसीले मेहन्द्रगढ कोहिस्तान ( अब अम्बाला में ) संगरूर (जींद नरवाना तहसीले ), शिमला और कांगड़ा |
- पंजाबी क्षेत्र : होसियारपुर , जलन्धर , लुदियाना , फिरोजपुर , अमृतसर , गुरदासपुर , अम्बाला ( रोपड़ और खरड तहसीले ) पटियाला बरनाला ( अब संगरूर में ) बठिण्डा , कपूरथला , फतेहाबाद साहिब ( अब पटियाला जिले में ), संगरूर ( सुनाम और संगरूर तहसीले ) |
लेकिन खरड तहसीले में निम्हं स्थान हिंदी क्षेत्र में होंगे | कालका थाने का क्षेत्र चंडी मंदीर की जेल और मुबारकपुर के सत्रह गाव जो की नारायणगढ निर्वाचन क्षेत्र में है |
भारतीय सविधान में संसोधन (7 व संशोधन ,1956 ) होने के पश्चात रास्त्रपति की आज्ञा से २४ जुलाई १९५६ को पंजाब सरकार ने उपुक्त क्षेत्रीय फार्मूला राज्य में लागु कर दिया गया | सन 1957 में प्रतापसिंह कोरों ने जो उस सयम मुख्मंत्री बन गये थे , इस योजना को पूरी तरह सफल होने के अवसर नहीं दिए |उन्होने क्षेत्रीय कमेटियो की शक्तियों अधिक सिमिति कर दी और उनकी काय्र स्वंत्रता ने के बराबर कर दी फलत: क्षेत्रीय योजना असफल हो गई |
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