हरियाणा के तीज त्योहार ज्येष्ठ मास

              हरियाणा के तीज त्योहार ज्येष्ठ मास 
  • निर्जल एकादशी } वर्ष भर में 24 एकादशी आती है । ज्येष्ठ एकादशी को निर्जला एकादशी कहते हैं। जैसे कि इस शब्द से स्वयं स्पष्ट है कि निर्जल या बिना जल की एकादशी अर्थात इस दिन निराहार के अतिरिक्त बिना जल पियें उपवास किया जाता है । हरियाणा में इस दिन मुख्य स्थानों पर शर्बत की प्याऊ लगती है ।  
                               श्रवण मास 
  •  हरियाली तीज } हरियाली तीज श्रवण शुक्ल तृतीया को मनाई जाती है । इसे तीज भी कहते है । इसकी महत्ता को स्वीकारते हुए हरियाणा में तीज का उत्सव राजकीय सम्मान के साथ मनाया जाने । राज्य की राजधानी तथा अन्य किसी प्रमुख़ स्थान पर सरकार की और से पींग झूलने तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमो का भव्य आयोजन किया जाता है । 

  • नाग पंचमी } नाग पंचमी का त्योहार श्रवण शुक्ला पँचमी को मनाया जाता है ।
                 
  • रक्षाबन्धन सलोने अथवा सलूमन श्रवण } रक्षाबन्धन का त्योहार श्रवण शुक्ला पूर्णिमा को मनाया जाता । हरियाणा में इसे सलोने अथवा सलूमन भी कहते है । इस दिन श्रावणी पर्व भी मनाया जाता है । 
               

                                भाद्रपद मास 

  • श्रीकृष्ण जन्माष्टमी } श्रीकृष्ण का जन्म भादों अष्टमी, बुधवार रोहिणी नक्षत्र में ठीक आधी रात मथुरा में हुआ था । उस सयम उनके पिता वासुदेव तथा माता देवकी कंस की कारागार में थे श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन श्रदालू आबाल-व्रद्ध उपवास रखते थे । यह उपवास अध्ररात्री को चन्र्दर्शन के बाद फलाहार और चरण म्रत में खोला जाता है ।   
              
                  
                    

  • गुगा नवमी }  गुगा नवमी के त्योहार भाद्र पद कृष्ण नवमी को मनाया जता है । बागड़ भूमि में जन्मे लेने ओर शासन करने का कारण लोगो इन्हे बागड़वाला भी कहते है ।हरियाणा में गूगा पीर की सैकड़ों मेड़ी या मढ़ियाँ है जहाँ पर हर वर्ष मेले लगते है । माता के मेलों के बाद इन्ही के नाम पर अधिक मेले लगते है ।

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